SHIVPURI:भोपाल मे किये 19 करोड़ के घोटाले के बाद शिवपुरी मे भी DEO समर सिंह राठौर की दादागिरी शुरू

शिवपुरी नगरपालिका CMO की तर्ज पर शिवपुरी के जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौर नहीं उठाते कॉल

समर सिंह राठौर जिला शिक्षा अधिकारी शिवपुरी

शिवपुरी। लावारिस शिवपुरी एक के बाद एक घोटाले बाज अधिकारियो की शरणस्थली बना शिवपुरी, शिवपुरी मे पहले भी कई अधिकारियो बड़े बड़े  घोटाले कर चुके है।

शिवपुरी मे घोटालेबाजो को झेलने की इतनी आदत हो चुकी है की भोपाल के RTE घोटालेबाज जो की लगभग 19 करोड़ का घोटाला है उसमे EOW की जाँच चल रही है, उसके मुरैना मे ट्रांसफर होने के बाद वहां पर भी ऐसे अधिकारी को नहीं झेला, फिर आया भ्रष्टाचार  में लिप्त अधिकारियों की शरण स्थली शिवपुरी का नंबर आया और यहाँ इस भ्रष्ट अधिकारी को झेल लिया गया और अब शिवपुरी भी एक बड़े घोटाले बू सामने आ रही है।

एक ही भवन में दो स्कूल संचालित

अब बात करते है शिवपुरी मे DEO समर सिंह राठौर शिवपुरी मे स्थित राजेंद्र मेमोरियल स्कूल की एक बहुत बड़ी शिकायत दर्ज कराई गयी जिसमे फर्जी तरीके से सुभाषपुरा में संचालित संत मंगलदास स्कूल की हायर सेकेंडरी(9th से 12th) स्कूल की मान्यता चल कर शिवपुरी आ गयी फिर एक भवन मे 2 स्कूल कैसे संचालित हो रहे है ये सोचनीय पहलू, आखिर DEO शिवपुरी डेढ़ माह में भी शिकायत में कोई कार्यवाही नहीं की गई जाँच के नाम पर मामले को टरकाया जा रहा है जब की बात की जाए तो DEO शिवपुरी द्वारा राजेंद्र मेमोरियल स्कूल के द्वारा  अवैध रूप से हायर सेकेंडरी स्कूल का संचालन की सम्पूर्ण जानकारी होने के बाद भी वो ऐसे स्कूल संचालको के साथ मंच साझा करना और उनके कार्यक्रमों मे जाना आना करते है, सूत्रों की माने तो ये सुर और सुरा के भी शौकीन है और यह सारे शौक भी ऐसे ही स्कूल संचालकों के साथ करते हैं वही बात की जाये राजेंद्र मेमोरियल स्कूल के संचालक की इस को बचाने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने दिन और रात एक कर दिया है जबकि एक भी दिन जाकर जिला शिक्षा अधिकारी ने इनकी स्कूल का निरीक्षण नहीं किया इतनी बड़ी शिकायत होने के बावजूद भी इनसे जब भी रूबरू होकर बातचीत की शिकायत की बात करें तो उनके द्वारा कहा गया कि हमारे पास सिर्फ एक ही काम नहीं है जाँच चल रही है मैं जांच कर रहा हूं जबकि इनके पास उनके कार्यक्रमों में जाने के लिए पर्याप्त समय है उनके साथ बैठने के लिए उठने के लिए पर्याप्त समय है लेकिन उनकी जांच करने के लिए कोई समय नहीं है

संत मंगलदास हाई स्कूल के नाम पर की लीपापोती

इस पूरे घटनाक्रम में सोचने वाली बात तो ये होंगी आखिर ऐसे भ्रष्ट जिला शिक्षा अधिकारी से निष्पक्ष जांच की उम्मीद कैसे की जा सकती है जो 19 करोड़ के घोटाले में EOW की जांच के घेरे मे है और राजकुमार को शिवपुरी पर राज करने के लिए ऐसे स्कूलों को बचाने वाले संरक्षक जिला शिक्षा अधिकारी की होगी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से शिकायत

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