Shivpuri news- जैन मंदिर पर हुआ शालीभद्र और भद्रासेठ का नाट्य मंचन

शिवपुरी। शालीभद्र के लिये देवलोक से प्रतिदिन नवाणु (99) पेटी आती थी जिसमें गहने वस्त्र एवं खाद्य साम्रगी होती थी। ये पेटियां क्यो आती थी और उनके द्वारा इन पेटियों में रखे समान को क्यों बांटा जाता इस पूरी कथा का नाट्य मंचन आज जैन श्वेताम्बर मंदिर पर किया गया। इस अवसर पर विराजित साध्वी जी द्वारा योजनावद्ध तरीके से उक्त पेटियों को वांटने के लिये लकी ड्रा के कूपन भी बांटे गये जिसमें जैन समाज के सभी परिवारों ने हिस्सा लिया कार्यक्रम पश्चात साधर्मी वात्सल्य का आयोजन भी समाज द्वारा किया गया।
कोर्ट रोड पर स्थित जैन श्वेताम्बर मंदिर पर प्रवचन दक्षा परम पूज्य साध्वी शीलधर्मा श्रीजी ठाणा 4 विराजित है जिनकी निश्रा में प्रतिदिन प्रवचन तो होते है साथ ही प्रति रविवार को धार्मिक अनुष्ठान कराये जाते है, इस रविवार साध्वीवर्या द्वारा शालिभद्र नवाणु पेटी के नाट्य मंचन का आयोजन किया गया इस आयोजन में बोली लेकर राजा शालीभद्र और भद्रबाहू बनने का लाभ पारख परिवार द्वारा लिया गया जिसके चलते संदीप पारख गोभद्र सेठ बने और सेठानी श्रीमति अंकिता पारख राजा शालीभद्र पर्व पारख एवं शालीभद्र की बहन सुभद्रा गुगलिया परिवार की श्रीमति रूपल गुगलिया को मिला। नाट्य मंचन में रूचि सांखला शालीभद्र की पूर्व भव की मां और अभिनंदन सांखला ने भद्रासेंठ का पूर्व का मंचन किया।  कार्यक्रम के प्रारम्भ में विजय पारख निवास स्थल से भद्रबाहू सेठ सेठानी एवं शालीभद्र राजा को  गाजेबाजे के साथ मंदिर जी में लाया गया। जहां महिला मंडल की महिलाओं एवं बच्चों द्वारा शालीभद्र द्वारा स्वर्ग से 99 पेटी क्यो उतारी और सेठ भद्रबाहु पूर्व जन्म में क्या थे की नाट्य प्रस्तुति का सुन्दर चित्रण करते हुये।  नाट्य मंचन के बाद लकी ड्रा के माध्यम से 99 लोगो को इस कार्यक्रम में उक्त पेटियों का लाभ मिला। कार्यक्रम की सुन्दर प्रस्तुति में स्वंय कार्यकुशल साध्वी श्री प्रितीयशा श्रीजी म.सा. ने हिस्सा लेकर कार्यक्रम को रोचक एवं ज्ञानबर्धक बना दिया। कार्यक्रम के अंत में समाज द्वारा साधर्मी बात्सल्य का आयोजन किया जिसका संयोजन अभय कोचेटा एवं उनकी टीम द्वारा किया गया।

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