कोरोना से हुई थी पति की मौत, सहायता के लिए कलेक्टर से लगाई गुहार
नहीं मिला कोरोना से मृत्यु का प्रमाण पत्र, जबकि महिला पर चार बच्चे और वृद्ध सास-ससुर भार है
शिवपुरी। कलेक्टर कार्यालय में एक महिला सुनीता रजक सहायता राशि की मांग तथा अपने पति की कोरोना से हुई मौत के प्रमाण पत्र हेतु पहुंची। जहां उसने प्रशासनिक अधिकारियों से सहायता की गुहार लगाई। महिला का कहना है कि उसके पति की कोरोना से मौत हुई थी। लेकिन मृत्यु प्रमाण पत्र में कोरोना का कोई जिक्र नहीं है। जिससे उसे कोई सहायता राशि नहीं मिल रही है। जबकि उसके चार छोटे-छोटे बच्चे हैं और वृद्ध सास-ससुर का भार भी उसके ऊपर है।
सुनीता रजक नामक महिला ने बताया कि 20 मई को उसके पति अमरसिंह की जिला अस्पताल में मृत्यु हुई थी और कोरोना के हिसाब से उनका अंतिम संस्कार अस्पताल के कर्मचारियों ने ही मुक्तिधाम में किया था। लेकिन अस्पताल से उसे जो प्रमाण पत्र मिला है, उसमें कोरोना से मृत्यु होना नहीं बताया गया है। जबकि यदि उसके पति की कोरोना से मृत्यु नहीं हुई तो उनके शव को उसे क्यों नहीं सौंपा गया है। क्यों उसका कोरोना गाईडलाईन से अंतिम संस्कार हुआ। महिला ने बताया कि वह मजदूरी का कार्य करती है और पति के मरने के बाद उसके तथा उसके परिवार के समक्ष जीने मरना का संकट उत्पन्न हो गया है। उसके दो लड़के और दो लड़कियां हंै। यहीं नहीं उसके सास-ससुर भी उस पर ही आश्रित हैं।