खबर पोहरी से जहाँ अबैध रूप से सट्टे का कारोबार फलफूल रहा है पोहरी झिरी परीछा सहित कई अन्य गॉव मे सट्टे का कारोबार जोरो पर है
सट्टा नाम सुनते ही तमाम सवाल जेहन मे आ जाते है लेकिन पुलिस की भूमिका संदिग्ध नजर आती है क्युकी पुलिस की नजर से बचकर सट्टा चलाना नामुमकिन है फिलहाल मामला पोहरीं ,परीछा और झिरी का सामने आया है जहाँ सट्टे का कारोबार जोरो पर फलफुल रहा है
इस बढ़ते कारोवार का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता हैं कि महिलाये और बच्चे भी दिन रात अंकों के जाल में उलझे रहते है इनमे से कुछ आदतन किस्म के लोग पोहरीं थाना क्षेत्र में मोबाईल के माध्यम से इस अवैध कारोबार को संचालित कर लोगो की गाढ़ी कमाई पर डाका डाल रहे है जिसकी जानकारी शायद पुलिस को छोड़कर सबको हैं सट्टे के हिसाब किताब की जगह बार बार बदलकर प्रमुख खाई बाज अपनी होशियारी का भी परिचय देने की कोशिश करते है सूत्रों की अगर माने तो बर्तमान समय मे पोहरीं में बीच मार्केट में सब्जी मंडी के पास एक गुमटी में इस अवैध कारोबार का हिसाब किताब हर रविवार को किया जाता हैं बही ग्राम परीक्षा में टंकी के पास लौहे की स्टाल में शिवपुरी के कुछ सटोरियों का बोलबाला युद्ध स्तर पर चल रहा हैं बही झिरी में 1 दर्जन सटोरिया 1 के 90 के इस खेल को खिला रहे है सूत्रों की माने तो पुलिस महकमे को पूरे कारोबार की जानकारी भी जगजाहिर हैं लेकिन चंद चांदी की चम्मच खनक रही हैं
गरीब बेरोजगार युवाओं को मोटे कमीशन का लालच देकर इस अवैध कारोबार में उतारा जा रहा हैं आगे चलकर यही युवा अपराध की ओर अग्रसर हो जाते है शिकायत होने पर जब पोहरीं पुलिस अभियान चलाती हैं तो खाईबाज को छोड़कर अक्सर इन्ही युबाओ के खिलाफ करबाई कर खानापूर्ति कर ली जाती हैं इस तरह समाज में फैली गंदगी के लिये जिलाधीश को संज्ञान लेना होगा,अब बड़ा सवाल ये पैदा होता है की इन जैसे खाईबाजो पर जिला बदर की कारबाई क्यो नही होती , क्या पुलिस प्रशासन की नजरअंदाजी भी सवालों के घेरे मै दिखाई पड़ती है
इससे पूर्व में भी सटोरियों पर प्रकरण दर्ज हो चुके है लेकिन फिर भी सट्टे का कारोबार दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा हैं