बैराड़ में लगातार तेज रफ्तार की शिकार जिंदगीया होती जा रही हैं |प्रशासन तेज रफ्तार से चल रहे टैंकरों और अवैध उत्खनन करने वाले ट्रैक्टरों की स्पीड पर लगाम लगाने में नाकाम दिख रहा है|
इस तेज रफ्तार के कारण कुछ महीने पहले एक कुशवाहा समाज के युवक की मृत्यु हुई थी|
इसके बाद आज एक पानी का टैंकर गाय माता को को बुरी तरह कुचलता हुआ निकल गया|
लेकिन सवाल यह है कि यह तेज रफ्तार की शिकार कब तक इंसान एवं जानवरों की जिंदगियो स खिलवाड़ होती रहेंगी|