शिवपुरी। शहर में बारिश के मौसम में तालाब छोड़कर मगरमच्छ अक्सर रिहायशी क्षेत्रों में घुस आते हैं। जिससे जहां एक ओर रिहायशी इलाकों में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो जाती है,वहीं दूसरी ओर इन जलीय जीवों के प्राण भी संकट में पड़ जाते हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए फॉरेस्ट ऑफिसर वृंदावन यादव के नेतृत्व में वन विभाग की एक टीम 24 घंटे अलर्ट मोड में रहती है। सूचना मिलते ही फॉरेस्ट विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंचती है। वन और जलीय जीवों का रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित उनके प्राकृतिक वातावरण में छोड़ा जाता है।
अजगर,मगरमच्छ और चंदन गोरा का रेस्क्यू कर बचाई जान:
फॉरेस्ट ऑफिसर वृंदावन यादव ने बताया कि वन विभाग की टीम
के सदस्य प्रभारी रेंजर कुंवर भील सिंह आदिवासी,प्रबलेन्द्र सिंह चौहान,नरेंद्र ओझा और दाताराम द्वारा पिछले पखवाड़े भर में शहर के अलग-अलग स्थानों से मगरमच्छ, अजगर और चंदन गोरा का रेस्क्यू कर उनकी जान बचाई है। यहां आपको बता दें कि शिवपुरी शहर की साख्यसागर झील से नाले लगे हुए हैं और इस झील में काफी बड़ी संख्या मगरमच्छ है। बारिश के मौसम में नालों से होकर मगरमच्छ रिहायशी इलाकों में पहुंच जाते हैं।