Home Editor's Pick Shivpuri news-पूर्ण संकल्प, संयुक्त प्रयास कार्यक्रम के अतंर्गत टीबी प्रोग्राम की कार्यशाला

Shivpuri news-पूर्ण संकल्प, संयुक्त प्रयास कार्यक्रम के अतंर्गत टीबी प्रोग्राम की कार्यशाला

शिवपुरी-पूर्ण संकल्प, संयुक्त प्रयास कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी प्रोग्राम की कार्यशाला शनिवार को ए.एन.एम. ट्रेनिंग सेंटर जिला चिकित्सालय शिवपुरी में म.प्र.पाठ्यपुस्तक निगम के उपाध्यक्ष एवं राज्य मंत्री दर्जा श्री प्रहलाद भारती के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुई।कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.पवन जैन ने की। इस अवसर पर जिला क्षय अधिकारी एवं नोडल अधिकारी एचआईव्ही एड्स डॉ.आशीष व्यास सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रहलाद भारती ने कहा कि टीबी जैसी जानलेवा बीमारी का अब अचूक उपचार शासकीय अस्पतालों में नि:शुल्क प्रदाय किया जाता है। समस्त उपस्थित आशा, आंगनवाड़ी, ए.एन.एम. कार्यकर्ता इसके बारे में आम जनता को जागरूक करें। टीबी की बीमारी प्रमुख रूप से सहरिया आदिवासी समुदाय को प्रभावित करती है एवं वह उपचार के बीच में ही दवा छोड देते है। उन्होने प्रमुख रूप से ध्यान देते हुये कैंप और एक्टिव केस फाइडिंग जैसी गतिविधियाँ निरन्तर आयोजित करने के निर्देश जिला क्षय अधिकारी को दिये। निक्षय पोषण योजना जिसमें भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक टीबी मरीज को उपचार के दौरान पांच सौ रूपये प्रतिमाह की पोषण राशि प्रदान की जाती है उसके बारे में भी कार्यशाला में उपस्थित समस्त आशा एवं आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को आम जनता को जागरूक करने के लिये कहा।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.पवन जैन द कार्यक्रम ने राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में गति लाने और अच्छा कार्य करने वाली आशा, आगंनवाडी और समस्त अन्य वॉलेन्टियर को विश्व क्षय दिवस पर सम्मानित करने हेतु जिला क्षय अधिकारी को निर्देश दिये । उन्होने कहा कुपोषित बच्चों में टीबी की सम्भावना सर्वाधित होती है। इसके लिये तत्काल कार्यकर्ता उनको पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराये तथा चिकित्सक से समस्त बच्चों की गले में गठान हेतु जांच अवश्य करायें।जिला क्षय अधिकारी डॉ.आशीष व्यास ने इनर्फोमेंट स्कीम के बारे में बताया जिसमें दो सप्ताह की खांसी, बुखार, वजन कम होना, भूख ना लगना इत्यादि लक्षणों के मरीजों को अस्पताल लाने पर एवं खखार जांच कराने पर अगर व्यक्ति को टीबी की बीमारी निकलती है तो कार्यकर्ता को पांच सौ रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जावेगी। इसी प्रकार ट्रीटमेंट सपोर्टर स्कीम के अतंर्गत मरीज के सफलता पूर्वक उपचार पूर्ण करने की स्थिति में आशा, आंगनवाडी तथा परिवार के सदस्यों को एक हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
जिला क्षय अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत पूर्ण संकल्प संयुक्त प्रयास टीबी हारेगा देश जीतेगा में ज्यादा से ज्यादा मरीज खोजकर टीबी उपचार पर रखे जाना है। साथ-साथ आम जनता को इस महामारी के प्रकोप से किस प्रकार बचा जावे इसके बारे में जागरूक करना है। अक्षय प्लस कार्यक्रम की टीम लीड डॉ. मधुलिका ने बताया कि खखार की जांच में पॉजिटिव मरीज के घर के सदस्यों को टीबी घातक बीमारी से बचाने के लिये आई.एन.एच. नामक औषधि की दवा मुफ्त 06 माह तक खिलाई जाती है। अभी तक दो हजार हाउस होल्ड कॉन्टेक्ट को यह दवा प्रदाय की जा चुकी है। कार्यक्रम का समापन एसटीएस रिजवान अहमद कुरैशी तथा एसटीएलएस इंद्रकुमार गुप्ता के द्धारा किया गया।