लखनऊ। मोटिवेशनल थॉट के जरिए हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करवाने वाले दो मौलानाओं को यूपी एटीएस ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है। एटीएस टीम करीब चार दिन से इनसे पूछताछ करके सुबूत जुटा रही थी। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई इन्हें फंडिंग भी कर रही थी।
पकड़े गए मौलाना जहांगीर और उमर गौतम लखनऊ स्थित एक बड़े मुस्लिम संस्थान से जुड़े हैं। एटीएस अफसरों के मुताबिक यह गरीब हिंदुओं को निशाना बनाते थे। अभी तक करीब एक हजार लोगों का धर्म परिवर्तन करवा चुके हैं, इनमें बड़ी संख्या में मूक बधिर और महिलाएं शामिल हैं।
रामपुर के एक गांव मे दो हिन्दू बच्चों का जबरन खतना करवाकर उनका धर्मांतरण करवाने में भी एक मौलाना का हाथ सामने आया है। दोनों पश्चिमी यूपी के रहने वाले हैं। इन्हें विदेश से संचालित एक मुस्लिम संगठन फंडिंग भी कर रहा था। एटीएस उसके बारे में जानकारी जुटा रही है।
दोनों दावा इस्लामिक सेंटर चलाते हैं
दोनों मौलाना दावा इस्लामिक सेंटर के नाम से संस्था चलाते हैं। 3 जून को दिल्ली के डासना मंदिर में दो मुस्लिम लड़कों ने पुजारी पर हमले का प्रयास किया गया। दोनों को जब पकड़ा गया तो मौलाना उमर और जहांगीर के बारे जानकारी मिली।
कानपुर, बनारस और नोएडा में धर्म परिवर्तन करवाया है
ये मौलाना नोएडा डेफ सोसायटी में संचालित मूक बधिर स्कूल के छात्र-छात्राओं को बरगलाकर और प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करवा चुके हैं। धर्म परिवर्तित एक हजार महिलाओं बच्चों की सूची मिली है। कानपुर, बनारस और नोएडा के भी तमाम बच्चों, महिलाओं का धर्म परिवर्तन करवा चुके हैं। कानपुर के एक बच्चे को साउथ के किसी शहर में ले जाया गया है। उसके बारे में एसटीएफ पता लगा रही है।