शिवपुरी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सोमवार को शिवपुरी जिले के भ्रमण पर आए। उन्होंने शिवपुरी जिले को एक सौगात दी। शिवपुरी में नवनिर्मित माधव टाइगर रिजर्व का शुभारंभ किया।अब माधव नेशनल पार्क प्रदेश का नौवा टाइगर रिजर्व बन गया है। इससे पर्यटन की दृष्टि से भी जिले का विकास होगा। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने पुनर्स्थापन प्रक्रिया से शिवपुरी लाई गई एक बाघिन को टाइगर रिजर्व क्षेत्र के मुक्त आवास में छोड़ा और उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक पल है। वन्य जीव के संरक्षण के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से राज्य को नौवें टाइगर रिजर्व की अभूतपूर्व सौगात मिली है और उन्होंने केंद्र सरकार के सहयोग के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार माना।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने माधव टाइगर रिजर्व के प्रतीक चिन्ह का विमोचन किया और राष्ट्रीय उद्यान की बाउंड्री वॉल का भी लोकार्पण किया। स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की 80वीं जयंती पर यह सौगात मिली है।
केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र को ऐतिहासिक सौगात देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ यादव का आभार व्यक्त किया और कहा कि माधव टाइगर रिजर्व पन्ना टाइगर रिजर्व के बाद मध्य प्रदेश का तीसरा पुनर्जीवित किया गया नेशनल पार्क है। इससे क्षेत्र में वन्य जीव पर्यटन की संभावनाएं प्रबल हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर कूनो नेशनल पार्क में देश में विलुप्त हो चुके चिता को फिर से बसाया गया है। 10 मार्च 2023 को माधव नेशनल पार्क में पूर्व में तीन भाग छोड़े थे और आज एक बाघिन को छोड़ा गया है।अब कूनो और माधव नेशनल टाइगर रिजर्व का संयुक्त क्षेत्र 3000 वर्ग किलोमीटर से अधिक हो जाएगा। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने मुख्यमंत्री के साथ मिलकर माधव टाइगर रिजर्व के विकास के लिए हर संभव प्रयास करने की बात कही। इस अवसर पर मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, ऊर्जा मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, वन राज्य मंत्री दिलीप सिंह अहिरवार शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन पिछोर विधायक प्रीतम लोधी सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश वन्य जीव पर्यटन के विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण कदम उठाने वाला राज्य है। इससे शिवपुरी जिला पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान बनाएगा। इस अंचल में जहां एशिया का प्रथम चीता प्रोजेक्ट लागू कर चीतों के पुनर्वास का महत्वपूर्ण कार्य हुआ है और अब चीतों की दूसरी पीढ़ी ने भी जन्म ले लिया है। घड़ियाल प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन और अब माधव नेशनल पार्क प्रदेश के 9वें टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित होने से यह क्षेत्र पर्यटकों के और अधिक आकर्षण का केन्द्र बनेगा। वर्ष 1956 में स्थापित माधव नेशनल पार्क टाइगर रिजर्व घोषित होने से प्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व बन गया है, जो प्रदेश के वाइल्ड लाइफ टूरिज्म को बढ़ावा देगा। दो वर्ष पूर्व माधव राष्ट्रीय उद्यान में दो मादा और एक नर बाघ छोड़े गए थे। मादा बाघ ने दो शावकों को जन्म दिया है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को एक मादा बाघ और छोड़ा। प्राकृतिक ब्रीडिंग से भी बाघों की संख्या में वृद्धि होगी। शिवपुरी शहर के पास होने से पर्यटकों की सुविधा की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण है। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता और माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघ होने से पर्यटको को दो बड़े वन्य जीव देखने का अवसर प्राप्त होगा। माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघ के साथ ही तेंदुआ, भेड़िया, सियार, साही, अजगर, चिंकारा आदि वन्य प्राणी भी पाए जाते हैं।