शिवपुरी। दरअसल, शिवपुरी के तीन और मुरैना जिले का एक युवक ग्वालियर की लक्ष्मीगंज मंडी से एक सब्जी बेचने वाले का अपरहण कर साथ ले आए थे। उसे बंधक बनाकर रखा था। ग्वालियर पुलिस की शिवपुरी में दस्तक की भनक लगते ही उसे छोड़ दिया था। ग्वालियर पुलिस ने साइबर एक्सपर्ट की मदद ली और तीनों आरोपियों को उठाकर अपने साथ ले गई।
लक्ष्मीगंज मंडी में हुआ था विवाद
सिकरावली भंवरपुरा के कहने वाले रामअवतार गुर्जर के मुताबि$क वह गोभी सब्जी सागर से लोडिंग में भरकर अपने बेटे रावेन्द्र गुर्जर के साथ 20 अक्टूबर की शाम पहुंचा था। यहां सुरेश आडतिया की दुकान पर सब्जी के सौदे के लेन -देन को लेकर चार लोगों से विवाद हो गया। इसके बाद चारों लोग उसे जबरदस्ती पकड़कर एक बोलेरो कार में ले आए थे। चारों उसे रास्ते में धमकाते और पीटते शिवपुरी के सिरसौद थाना क्षेत्र के ईटमा गांव लेकर पहुंचे। यहां चारों ने अपरबल रावत के खेत में बने कमरे में बंद कर दिया और पैसों की मांग करने लगे।
बेटे ने पुलिस की मदद से कराया पिता को आजाद
इधर रामअवतार गुर्जर के अपरहण के बाद उसका बेटा रावेन्द्र गुर्जर सीधा जनकगंज थाना पहुंचा। पिता के अपरहण की शिकायत के बाद जनकगंज थाना पुलिस तत्काल एक्टिव हो गई। शिवपुरी लोकेशन मिलने के बाद ग्वालियर पुलिस शिवपुरी आ पहुंची थी। आरोपियों को इसकी भनक लग गई और वे 21 अक्टूबर को रामअवतार गुर्जर को सिरसौद थाने के पास छोड़ कर भाग गए। बाद में ग्वालियर पुलिस ने तीन आरोपीयों को शिवपुरी से पकड़ा। दो आरोपी सिरसौद थाना ईटमा गांव के रहने वाले सुरजीत रावत, अपरबल रावत थे साथ ही एक अन्य मुरैना जिले के पहाड़पुर थाना क्षेत्र के धौदा गांव का रहने वाला रामभरत शर्मा था। वहीं चौथा आरोपी कैलाश रावत फिलहाल फरार चल रहा है। पुलिस तीनों को पकड़कर सोमवार की दोपहर ग्वालियर के जनकगंज थाने लेकर पहुंची। यहां पुलिस ने अपरहत रामअवतार गुर्जर की शिकायत पर चार लोगों के खिलाफ धारा 140(3),127(2),115(2),296,3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है।