शिवपुरी। खबर मेला ग्राउंड से आ रही हैं कि ठेकेदार के द्वारा मनमर्जी करने के कारण मेले में दुकान लगाने आए दुकानदारों ने आज विद्रोह कर दिया,और शिवपुरी नगर पालिका सीएमओ के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। दुकानदार का आरोप है कि निर्धारित दरों से 10 गुना दर वसूलने का प्रयास जा रहा हैं डराया और धमकाया जा रहा हैं,मेले में दुकान लगाने आए दुकानदार और ठेकेदार आमने सामने आ गए हैं। जब से नगर पालिका शिवपुरी ने मेले के टेंडर लगा है जब से विवाद की स्थिति निर्मित हो गई है,सबसे पहला आरोप नियम विरूद्ध टेंडर देने का था।
मेले में पिछले 17 साल से झूला लगाने वाली पूजा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मेरे पति पिछले 17 साल से शिवपुरी में इस मेले में झूला लगा रहे हैं,कोरोना काल में वह नहीं रहे हैं,नगर पालिका की झूले लगाने की जगह ही रेट हैं बीस हजार रुपए और अब ठेकेदार 2 लाख रूपए मांग रहा हैं,हम अब झूला लेकर आ गए हैं। हमको धमकाने के लिए पुलिस वालो को भेजा जा रहा हैं। हम अब धरना प्रदर्शन करने को तैयार हैं।
झारखंड से आए नीलमणि का कहना हैं कि वह बेल्ट,चश्मा की घडी की दुकान शिवपुरी के मेले में पिछले कई साल से दुकान लगाते आ रहे हैं। नीलमणि का कहना कि हम इससे पहले 2500 रूपए देते आए है फिर 3500 रुपए दिए थे। हम अपना पूरा समान लेकर आ गए हैं हब हमसे 16000 रूपए मांगे जा रहे हैं,अब इतने पैसे नहीं दे सकते हैं।
बिहार से आए नदीम का कहना हैं कि पंद्रह दिन पहले समान लेकर आ गए हैं,नदीम का कहना हैं कि तयशुदा रकम से अधिक पैसा मांगा जा रहा हैं,मैं जितना पैसा लेकर आया था वह अब खत्म हो गया हैं,अब हमे दुकान भी नही लगाने दे रहे हैं।
मोहम्मद आसिफ बिहार से आया हैं पिछले 10 साल से दुकान लगा रहे हैं कॉस्मेटिक की दुकान लगाता हैं अब समान लेकर आ गया हैं 16 हजार मांगे जा रहे हैं हम नहीं दे सकते। किराया भाड़ा भी अधिक लगेगा।
इसी प्रकार पिछले 20 साल से अपने पिता के साथ शिवपुरी के मेले में टॉय की दुकान लगा रही भारती शर्मा ने बताया कि वह अपना और अपनी दुकान का समान लेकर आ गई हैं। अब दुकान की जगह का कई गुना पेसा ठेकेदार के द्वारा मांगा जा रहा हैं,कल ठेकेदार के आदमी हमारी दुकान और सामान हटाने आ गए।
नियम यह कहते हैं
ठेकेदार और नगर पालिका का लिखित अनुबंध है कि 8×10 की दुकान किराया 3500 रूपए होगा,वही इसकी दुकान के पीछे ली जाने वाली भूमि का किराया 7 रुपए फुट होगा। वही बडा झूला लगाने वालो का निर्धारित रकम 20 हजार रुपए है,छोटे झूले लगाने का 5 हजार रुपए हैं। यह किराया मेले लगने तक की अवधि तक है।
अपात्र को दिया गया हैं टेंडर
आखिरकार शिवपुरी के प्राचीन सिद्धेश्वर मेे का ठेका बुधवार को नगर पालिका 18.18 लाख रुपए मे दिया गया हैं। मेले का ठेका ग्वालियर के जिस ठेकेदार को दिया गया उसने फर्जी दास्तावेज के आधार पर यह ठेका लिया हैं।
बताया जा रहा हैं कि शिवपुरी का मेला लगाने का ठेका ग्वालियर के ठेकेदार सुनील शर्मा को 18 लाख 18 हजार रुपए में दिया हैं। सुनील शर्मा ने अपने दस्तावेजों में मेला लगाने के जो 3 वर्ष का अनुभव प्रमाण पत्र लगाया हैं वह फर्जी हैं,लगाया गया दस्तावेज न की मेला लगाने का बल्कि मेले में लगने वाले मंच पर लाइट डेकोरेशन का प्रमाणीकरण हैं,जब इस प्रमाण पत्र पर दूसरे ठेकेदार ने आपत्ति दर्ज की तो शिवपुरी नगर पालिका से दस्तावेज की सत्यता की जांच के लिए ग्वालियर मेला प्राधिकरण को भेजा। जिस पर ग्वालियर मेल प्राधिकरण में उक्त तीन वर्ष में मेला लगाने वाले सुरेश गौड़ का प्रमाणीकरण दिया हैं।
चूकि सुरेश गौड़ ने ही तीन साल तक ग्वालियर मे मेला लगाया था। तथा कोरोना काल में उसका देहांत हो गया।कुल मिलाकर सीधी भाषा में लिखे तो इस ठेकेदार को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ठेका दिया है जो नियम विरूद्ध है इस कारण यह नियम विरूद्ध कार्य कर रहा है।