चैत्र नवरात्रि के अवसर पर ग्राम बलारपुर स्थित बलारी माता मंदिर में लगने वाले वार्षिक मेले की व्यवस्थाओं को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों, मंदिर समिति के सदस्यों एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
माधव नेशनल पार्क हाल ही में टाइगर रिजर्व घोषित हुआ है, और इस टाइगर रिजर्व में तीन मादा टाइगर, एक नर टाइगर और दो शावक घूम रहे हैं। प्राचीन बलारी माता मंदिर इसी नेशनल पार्क के भीतर स्थित है, और यहां वर्षों से चैत्र नवरात्रि में भव्य मेले का आयोजन किया जाता रहा है। लाखों श्रद्धालु इस मेले में माता के दर्शन करने पहुंचते हैं। वन्यजीवों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस बार मेले की व्यवस्थाओं में कुछ बदलाव किए गए हैं।
कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने दिए आवश्यक निर्देश
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि बलारी माता मंदिर में लगने वाला मेला आस्था का केंद्र है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि मेले के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या अप्रिय घटना न हो, इसके लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें। चूंकि मंदिर टाइगर रिजर्व क्षेत्र में स्थित है, इसलिए श्रद्धालुओं एवं वन्यजीवों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।
मेला व्यवस्थाओं को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश:
प्रसाद की दुकानें नेशनल पार्क की सीमा से बाहर लगाने का प्रयास किया जाएगा ताकि यातायात व्यवस्था सुगम बनी रहे।
लाउडस्पीकर, डीजे, पॉलिथीन व पशु बलि पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
भंडारा एवं प्रसादी का आयोजन वन क्षेत्र के बाहर करने की अपील की गई।
वन विभाग के अधिकारियों की टीम विशेष निगरानी रखेगी ताकि मेले के दौरान टाइगर रिजर्व में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो।
एसडीएम, एसडीओपी, जनपद सीईओ व वन विभाग के अधिकारी संयुक्त निरीक्षण करेंगे।
मार्ग की मरम्मत कराई जाएगी ताकि श्रद्धालुओं को आवागमन में परेशानी न हो।
पेयजल व्यवस्था के लिए पानी के टैंकर उपलब्ध कराए जाएंगे।
मंदिर परिसर के आसपास महिला व पुरुष प्रसाधन, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य दल व एम्बुलेंस की समुचित व्यवस्था की जाएगी।
यातायात को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक स्थानों पर बैरिकेडिंग की जाएगी।
मेले के दौरान पुलिस बल तैनात रहेगा, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
विद्युत आपूर्ति निर्वाध रूप से जारी रखने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा।
3 से 5 अप्रैल तक रहेगा अधिक भीड़ का अनुमान
मंदिर के महंत ने बताया कि 3 अप्रैल से 5 अप्रैल तक श्रद्धालुओं की संख्या अन्य दिनों की तुलना में अधिक रहेगी। इस दौरान प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता होगी।
इस बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मंदिर समिति के सदस्यगण, पुलिस विभाग, लोक निर्माण विभाग, वन विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।