शिवपुरी। जनपद पंचायत पोहरी की ग्राम पंचायत झिरी में बिना स्थल निरीक्षण के फर्जी फर्मों को ₹19.87 लाख का भुगतान किए जाने का बड़ा घोटाला सामने आया है। इस मामले में जनसुनवाई के दौरान शिकायत मिलने पर एसडीएम पोहरी मोतीलाल अहिरवार ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं।
जांच में सामने आए चौंकाने वाले खुलासे:
फर्जी भुगतान:
पूर्व सरपंच पप्पी आदिवासी के कार्यकाल में तीन साल पुराने बिलों पर 2.30 लाख का भुगतान किया गया, इसके बाद खाटूश्याम ट्रेडर्स, शिवा ट्रेडर्स और अतुल ट्रेडर्स जैसी फर्जी फर्मों को कुल 17.57 लाख की राशि जारी की गई।
जीएसटी चोरी की आशंका:
जांच में सामने आया कि इन फर्मों का कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है, जिससे जीएसटी चोरी और सरकारी राशि की अवैध निकासी की संभावनाएं गहरी हो गई हैं।
अधूरे निर्माण कार्य:
मौके पर निरीक्षण में खुलासा हुआ कि-14.86 लाख का चेकडैम क्षतिग्रस्त मिला,8.91 लाख और 8.07 लाख के दो रपटे अधूरे,
वहीं 4.91 लाख और 3.68 लाख की दो सीसी सड़कें भी अधूरी पाई गईं।
एसडीएम की सख्ती और निर्देश
सीईओ ब्रामेंद्र गुप्ता को बार-बार निर्देश देने के बावजूद लापरवाही बरतने पर एसडीएम ने नाराजगी जाहिर की।
तहसीलदार को फर्जी फर्मों की विस्तृत जांच सौंपी गई है। सरपंच, पंचायत सचिव और अन्य संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
दो दिन में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश
एसडीएम ने जनपद पंचायत पोहरी के सीईओ को दो दिन में मौके की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने और दोषियों की जिम्मेदारी तय करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं।