ग्वालियर। कोरोना के बढ़ते केस और लॉकडाउन के बीच दिल्ली से मध्यप्रदेश के छतरपुर आ रही मजदूरों से भरी तेज रफ्तार बस पलट गई। हादसे में तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई और 15 लोग घायल बताए जा रहे हैं। दुर्घटना ग्वालियर में झांसी हाईवे पर मंगलवार सुबह जौरासी घाटी के पास हुई। फिलहाल मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। बस में सवार यात्रियों ने खिड़कियों से कूदकर अपनी जान बचाई।दिल्ली में रविवार को ही लॉकडाउन की घोषणा की गई है। इस वजह से रूक्क के छतरपुर के ऐसे मजदूर जो कुछ महीने से वहां मजदूरी कर रहे थे, उन्होंने पलायन शुरू कर दिया है। सोमवार रात 2 बजे करीब 100 मजदूर अपने परिवार के साथ बस से छतरपुर के लिए निकले थे। कई मजदूर बस की छत पर बैठे थे जो नीचे गिर गए। इनमें से दो बस की चपेट में आ गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।गांव वालों ने खिड़कियों के कांच तोड़कर लोगों को बचायाघटना के बाद आसपास के गांव के लोग वहां पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। साथ ही बचाव के काम में जुट गए। पुलिस पहुंचती उससे पहले ही उन्होंने बस के कांच तोड़कर यात्रियों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। कुछ घायलों का मौके पर ही इलाज किया गया, जबकि कुछ को डबरा और कुछ को ग्वालियर भेजा गया है। 8 लोगों की हालत नाजुक बताई गई है। बाद में क्रेन की मदद से बस को उठाकर उसके नीचे से शव निकाले गए। हादसे का कारण बस का ओवरलोड होना बताया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि 52 सीटर बस में 100 से ज्यादा यात्री सवार थे। इन मजदूरों से दोगुना किराया भी लिया गया था।लॉकडाउन की दहशत में लौट रहे थे घरहादसे में घायल रामवती ने बताया कि वह अपने पति के साथ दिल्ली की एक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में मजदूरी करती है। दो बच्चे भी साथ रहते थे। पिछले साल वह पैदल चलकर अपने घर पहुंचे थे। दीपावली के बाद फिर काम पर पहुंच गए थे। अभी दिल्ली में लॉकडाउन की घोषणा हुई तो लगा कि फिर से न फंस जाएं। इस पर वे अपने घर टीकमगढ़ लौट रहे थे। छतरपुर निवासी रामअवतार कि वह दिल्ली सरकार के एक सीवर प्रोजेक्ट पर मजदूरी करता था। वहां ठेकेदार से पता लगा कि फिर लॉकडाउन लग रहा है। इसी डर से परिवार को लेकर रात करीब 2 बजे वर दिल्ली से रवाना हुआ था। जिस समय हादसा हुआ वह नींद में था।