नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार हो रही बढ़ोतरी से ट्रांसपोर्टर्स और व्यापारी से लेकर आम लोग तक सभी प्रभावित हुए हैं। जिस रफ्तार से ईंधन के दाम बढ़ रहे हैं उसका सीधा असर बाजार पर हो रहा है। पिछले 15 दिन में ही पेट्रोल और डीजल 9 रुपए 16 पैसे महंगे हो गए हैं। बाजार मामलों से जुड़े जानकार और व्यापारी कहते हैं कि इसका सीधा असर माल भाड़े पर पड़ेगा और इसमें 16प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
मध्य प्रदेश ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन भोपाल के अध्यक्ष जसवीर सिंह कहते हैं कि पेट्रोल, डीजल के दाम बढऩे से मालभाड़ा 16 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा। अगर ऐसा होता है तो इससे आम आदमी पर भी महंगाई का बोझ पड़ेगा।
डीजल की सबसे ज्यादा खपत ट्रांसपोर्ट और एग्रीकल्चर सेक्टर में
भारत में डीजल की सबसे ज्यादा खपत ट्रांसपोर्ट और एग्रीकल्चर सेक्टर में होती है। दाम बढऩे पर यही दोनों सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। डीजल के दाम बढऩे से खेती से लेकर उसे मंडी तक लाना महंगा हो गया है। इससे आम आदमी और किसान दोनों का बजट बिगड़ सकता है।
आम आदमी पर सीधा असर
एक्सपर्ट्स के अनुसार अगर ट्रांसपोर्ट 16 प्रतिशत महंगा होता है तो जिस वस्तु के दाम भी कम से कम ट्रासपोर्ट की लागत के हिसाब से बढ़ जाएंगे। जैसे मान लीजिए 1 क्विंटल गेहूं को मंडी तक लाने के लिए पहले 100 रुपए लगते थे, लेकिन ट्रांसपोर्ट महंगा होने से ये 116 रुपए हो जाएंगे। ये बढ़े हुए 16 रुपए आम आदमी से ही वसूले जाएंगे। इससे लोगों को गेहूं की कीमत 1.5त्न बढ़ जाएगी। इसी तरह का असर अन्य सामानों पर भी देखा जाएगा।