शिवपुरी।रेलवे स्टेशन परिसर में शनिवार को हुई एक घटना ने यह साबित कर दिया कि पुलिस की वर्दी केवल कानून-व्यवस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि इंसानियत की सजीव मिसाल भी है।
जानकारी के अनुसार, 65 वर्षीय महिला सरजू बाई पति स्व. भगवान सिंह राजपूत, निवासी मुंगावली जिला अशोकनगर, मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या का प्रयास करने रेलवे ट्रैक पर जा बैठीं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक महिला ट्रेन आने का इंतज़ार कर रही थीं और जैसे ही सामने से मालगाड़ी आती दिखाई दी, वह पटरी पर खड़ी हो गईं।
इसी दौरान ड्यूटी पर तैनात जीआरपी पुलिस के प्रधान आरक्षक जसवंत यादव की नज़र महिला पर पड़ी। उन्होंने बिना समय गंवाए और अपनी जान की परवाह किए बिना तत्परता दिखाई और ट्रेन के महिला तक पहुँचने से मात्र 10 सेकंड पहले ही उसे खींचकर सुरक्षित कर लिया।
इस बहादुरी और मानवीय कर्तव्यनिष्ठा से एक अनमोल ज़िंदगी बच सकी। आसपास मौजूद लोगों ने जसवंत यादव के इस साहसिक कदम की जमकर सराहना की।