शिवपुरी जिले के सिरसोद थाना क्षेत्र में गुरुवार को हुए एक कथित अपहरण का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि अपहृत किसान ने खुद ही अपने अपहरण की साजिश रची थी।
दरअसल, ग्राम खोरगार के रहने वाले होतम यादव (50 वर्ष) के बेटे साहब सिंह ने पुलिस को सूचना दी कि अज्ञात बदमाशों ने उसके पिता का अपहरण कर लिया है और 6 लाख रुपए की फिरौती की मांग कर रहे हैं। परिजनों ने यह भी बताया कि अपहृत किसान ने खुद फोन कर बताया था कि उसे सतनवाड़ा के जंगलों में बंधक बनाकर रखा गया है, उसके साथ मारपीट की जा रही है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ के निर्देशन में एसडीओपी पोहरी सुजीत सिंह भदौरिया के नेतृत्व में सिरसोद थाना प्रभारी मुकेश दुबोलिया, थाना सतनवाड़ा सुनील राजपूत और थाना गोपालपुर पुलिस की संयुक्त टीम गठित कर तत्काल सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।
जांच के दौरान पुलिस को अपहृत के छोटे बेटे राजेंद्र यादव पर शक हुआ, क्योंकि ग्रामीणों से पूछताछ में उसका आचरण संदिग्ध पाया गया। राजेंद्र ने अपने पिता से रेलवे में भुसावल में बाबू की नौकरी लगवाने के नाम पर करीब 15 लाखों रुपए ऐंठ लिए थे। होतमसिंह कर्ज से परेशान था। पुलिस ने जब राजेंद्र की मोबाइल लोकेशन ट्रेस की, तो वह भुसावल की जगह शिवपुरी में पाई गई, जिससे संदेह गहरा गया। राजेंद्र अपनी नौकरी रेलवे में बताकर पिछले 6 माह से भुसावल की जगह शिवपुरी में किराए का कमरा लेकर छिपकर रह रहा था। यही वजह रही कि राजेंद्र के पिता होतम ने ही खुद के अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी।
पुलिस की सक्रियता के चलते थाना सतनवाड़ा और थाना सिरसोद पुलिस की टीम ने जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया और होतम यादव को झिरना सरकार मंदिर से सुरक्षित रात 12 बजे पुजारी के पास सोता हुआ मिला था।