शिवपुरीः जिले के ग्रामीण अंचल में लगातार उल्टी- दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। हालात यह है कि पिछले आठ दिनों में जिले के तीन गांवों में उल्टी-दस्त का प्रकोप फैलने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पिछले रविवार को सबसे पहले बदरवास के ग्राम टीलाकलां में दूषित पानी के कारण हैजा फैलने की घटना सामने आई थी। यहां दो मासूम बच्चियों की उल्टी-दस्त के कारण मौत हो गई थी जबकि 60 से अधिक लोगों को गांव में ही कैंप लगाकर उपचार प्रदान किया गया था। इसी क्रम में 15 अगस्त को पोहरी के ग्राम सेवाखेड़ी में दूषित पानी के कारण करीब 40 लोग उल्टी-दस्त की शिकायत के साथ जिला अस्पताल में भर्ती हुए थे। इसी क्रम में 19 अगस्त सोमवार को पोहरी के ही ग्राम सालौदा में उल्टी-दस्त फैलने की जानकारी सामने आई। मामला जिला कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी के संज्ञान में आते ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को मेडिकल कैंप लगाने के निर्देश दिए इसके बाद
पोहरी के प्रभारी बीएमओ डा. दीक्षांत गुधेनिया सूचना के बाद तत्काल गांव पहुंचे और उन्होंने गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाया। इस शिविर के दौरान गांव में 57 मरीज सामने आए हैं। इन मरीजों को गांव में ही उपचार प्रदान किया गया है, ताकि उनकी हालत में सुधार हो सके। डाक्टर के अनुसार फिलहाल किसी की भी हालत ऐसी नहीं है कि उन्हें हास्पिटल में भर्ती कराना पड़े। जिला कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी के निर्देश पर मरीजों को प्राथमिक उपचार, ओ.आर.एस. पाउडर एवं जिंक की गोलियां प्रदाय की गई। साथ ही आशा कार्यकर्ता को एक हजार क्लोरीन की गोलियां घर-घर वितरित करने हेतु उपलब्ध कराई गईं।