शिवपुरी। 3 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू हो रहे हैं। और 11 अक्टूबर को महानवमी और 12 अक्टूबर को दशहरा का त्यौहार है और नवरात्रि पर्व के दौरान शहर में कई जगह झांकी लगाई जाती हैं। त्यौहारों में कानून व्यवस्था बनी रहे। यह जरूरी है कि सभी त्यौहार आपसी भाईचारे शांति और सद्भाव के साथ मनाए जाएं। इसी उद्देश्य से जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में सदभावना एवं समन्वय समिति के सदस्यों के साथ बैठक आयोजित की गई।
बैठक में कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी और पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने गणमान्य नागरिकों से चर्चा की और कहा कि नवरात्रि के पर्व में कई जगह बड़े आयोजन होते हैं। गरबा महोत्सव में बड़ी संख्या में महिलाएं भाग लेती हैं। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था भी बहुत जरूरी है। आयोजकों द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध किए जाएं। टिकट या पास आदि के माध्यम से एंट्री की व्यवस्था की जाए। गरबा उत्सव पंडाल में सीसीटीवी कैमरे जरूर लगवाए जाएं। इसके अलावा जो चल समारोह निकलते हैं उनमें डीजे निर्धारित डेसिबल की आवाज में ही बजाए जाएं।
बैठक के दौरान सभी को बताया की झांकी स्थलों पर व्यवस्थाएं रहे। विसर्जन के लिए निर्धारित रूट से ही चल समारोह निकले। शहर में दुर्गा विसर्जन स्थल दशहरा के दौरान सिद्धेश्वर महादेव मंदिर एवं काली माता मंदिर पर भी पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल भी तैनात किया जाएगा। आयोजन समितियां द्वारा भी प्रबंध किए जाएं। इस दौरान नगर पालिका सीएमओ एवं पीडब्ल्यूडी, विद्युत विभाग के अधिकारियों को विभिन्न व्यवस्थाओं के संबंध में निर्देश दिए गए। इसके अलावा शहर में यातायात व्यवस्था व्यवस्थित रहे। सभी एसडीएम डीजे, बैंड बाजे वालों के साथ बैठक कर दिशा निर्देशों के बारे में बताएं। बैठक में बताया कि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन स्थल सिंध नदी, अमोल पुल पर बाएं तरफ का रोड विसर्जन स्थल रहेगा और दाएं तरफ से ट्रैफिक का आवागमन किया जाएगा।
सदभावना एवं समन्वय समिति सदस्यों ने भी बताया कि त्योहारों के दौरान प्रशासन द्वारा व्यवस्था की जाती है विशेषकर सड़क विसर्जन स्थल की ओर सड़क मार्ग व्यवस्थित कराया जाए। गड्डों का भराव कराया जाए। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निरीक्षण कर दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इसके अलावा दशहरा पर रावण दहन स्थलों पर फायर ब्रिगेड, बेरिकेटिंग, साफ सफाई आदि की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।