इशारेबाजी और कचरा फेंकने को लेकर हुए खूनी संघर्ष में इलाज के दौरान ग्वालियर में एक की मौत

शिवपुरी जिले के सिरसौद थाना क्षेत्र के भौराना गांव में इशारेबाजी और कचरा फेंकने की बात पर दो परिवारों में मंगलवार की रात विवाद हो गया था। एक पक्ष ने इसकी शिकायत सिरसौद थाने में दर्ज कराई थी।इसके बाद ये विवाद खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया।दोनों पक्षों में जमकर कुल्हाड़ी-लाठी-डंडे चले। दोनों पक्ष के घायलों को मंगलवार की रात जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां गंभीर रूप से घायल एक पक्ष के अमर सिंह रावत को इलाज के लिए जिला अस्पताल शिवपुरी से ग्वालियर रेफर किया गया था जहां इलाज के दौरान अमर सिंह रावत की मौत हो गई। इस मामले में थाना प्रभारी सिरसौद ने बताया कि दोनों पक्षों की रिपोर्ट पर से क्रॉस केस दर्ज था।
ये है मामला
दरअसल एक पक्ष के हरीसिंह रावत का आरोप है कि धर्मवीर रावत का बेटा मनोज रावत मेरी बेटी को गंदे इशारे कर रहा था। इसकी शिकायत उसके पिता धर्मवीर से की थी। लेकिन मंगलवार को धर्मवीर और उसकी पत्नी ने खेत पर काम करने के दौरान मेरी पत्नी और बेटी से गाली-गलौज शुरू कर दी थी, टोकने पर मारपीट पर आमादा हो गए थे।इसकी शिकायत सिरसौद थाने में दर्ज कराई गई थी। इसी बात से खफा होकर धर्मवीर रावत ने अपने तीन बेटों मनोज रावत, गिर्राज और शिवराज ने एकाएक हमला कर दिया। इस हमले में उसके दो भाई अमर सिंह और रणवीर, भतीजा अनिल घायल हो गया पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों पर क्रॉस केस दर्ज किया था।

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