संतुलित आहार जिसमे आयरन, कैल्सियम एवं विटामिन बी-12 आवश्यक रूप से अपनी नियमित डाइट में शामिल करे- डाॅ. पाठक
शिवपुरी।सामुदायिक स्वास्थ्य और पोषण में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, स्वास्थ विभाग, महिला बाल विकास विभाग, नियोमैनकाइंड फार्मा एवं शक्ति शाली महिला संगठन द्वारा संयुक्त रूप से अति पिछड़े आदिवासी बाहुल्य बस्ती बड़ोडी में राष्ट्रीय पोषण माह अभियान के बैनर तले समुदाय में एक मेगा शिविर आयोजित किया गया। शिविर मे मुख्य अतिथि सीएमएचओ डॉ. संजय ऋषिस्वर एवं प्रमुख डॉक्टर जिला अस्पताल में पदस्थ बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संतोष पाठक थे। इस शिविर में अति गम्भीर कुपोषित बच्चों के पोषण जागरूकता पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें बच्चों, अभिभावकों और ग्रामीणों सहित स्थानीय समुदाय की ओर से भारी संख्या में भागीदारी देखी गई। कार्यक्रम का प्रारंभ डॉक्टर संजय ने किया। जिन्होंने पोषण माह के 7वें चरण के महत्वपूर्ण विषयों पर जोर दिया। इनमें एनीमिया की रोकथाम, विकास की निगरानी और कुपोषण को कम करने के लिए सही पोषण की जरूरत और प्रौद्योगिकी के माध्यम से बेहतर सेवा वितरण शामिल हैं। उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए डॉक्टर संजय ने इस वर्ष के विषय, विशेष रूप से “पोषण भी पढाई भी” पहल के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसका उद्देश्य बच्चों के समग्र विकास के लिए पोषण और शिक्षा को एकीकृत करना है।शिविर में डॉक्टर संतोष पाठक द्वारा एक सैकड़ा से अधिक बच्चो के स्वास्थ जांच की जिनमे एक अति गंभीर बच्चे को एनआरसी रेफर किया। उन्होंने समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चो का हर माह वजन जरूर कराएं शिशुओं को 6 माह तक केवल स्तनपान कराए, 6 माह बाद ऊपरी अर्द्ध ठोस पौष्टिक आहार शुरू करे , किशोरी बालक बालिकाओं के लिए संतुलित आहार जिसमे आयरन कैल्सियम एवं विटामिन बी 12 आवश्यक रूप से अपनी नियमित डाइट में शामिल करे। साफ सफाई का विशेष ध्यान रखे जिससे की बच्चा संक्रमण से बचा रहे। अनुराग खंडकर एवं कपिल गौतम नियोमैनकाइंड फार्मा ने स्थानीय रूप से उपलब्ध पौष्टिक खाद्य पदार्थों का प्रदर्शन किया, स्थानीय उपज के लाभों पर जोर दिया। कम्पनी द्वारा मल्टी विटामिन बच्चो को निशुल्क उपलब्ध कराई।
सामाजिक कार्यकर्ता धर्म गिरी एवं विनोद ने आंगनवाड़ी वर्कर, सहायकों और पर्यवेक्षकों से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि सरकारी योजनाएं जमीनी स्तर तक पहुँचें और उनसे इन सेवाओं को सीधे समुदाय के दरवाजे तक पहुँचाकर “परिवर्तन के एजेंट” के रूप में कार्य करने का आग्रह किया।
इस कार्यक्रम में न्यूट्रीशन चैंपियन बिनीता यादव ने एनीमिया की रोकथाम, विकास की निगरानी और पोषण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करके, इस पहल का उद्देश्य क्षेत्र के बच्चों और परिवारों की भलाई सुनिश्चित करना है। प्रोग्राम में एक सैकड़ा बच्चो की माताओं के साथ, किशोरी बालिकाओं के साथ आगनवाड़ी कार्यकर्ता रजनी सेन, सहायिका, सुपोषण सखी एवं समुदाय की महिलाओं ने भाग लिया।