मध्यप्रदेश के सभी जिलों के साथ-साथ शिवपुरी में भी शुक्रवार (20 सितंबर) को कांग्रेस ने सोयाबीन, गेहूं और धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग को लेकर किसान न्याय यात्रा निकाली। इस दौरान जिले के कांग्रेस के विधायक, पूर्व विधायक, पदाधिकारी, कार्यकर्ता और कार्यकर्ता इकट्ठा हुए। जो ट्रैक्टर पर सवार होकर शिवपुरी पहुंचे।
किसान न्याय यात्रा में जौरा विधायक पंकज उपाध्याय, पोहरी विधायक कैलाश कुशवाहा एवं जिला अध्यक्ष विजय सिंह चौहान के संयुक्त नेतृत्व में निकाली गई। इस न्याय यात्रा ने शिवपुरी नगर पालिका के पार्षद आदि भी सम्मिलित हुए। किसान न्याय यात्रा की शुरुवात पोहरी बाइपास चौराहे से हुई। पोहरी बाइपास चौराहे से प्रारंभ होकर राजेश्वरी रोड होते हुए गुरुद्वारा चौराहा, माधव चौक चौराहा, गांधी चौक, कोर्ट रोड से होते हुए कलेक्ट्रेट पर पहुंची जहां राज्यपाल और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
आज कांग्रेस ने मुख्य रूप से सोयाबीन, गेहूं और धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग को लेकर किसान न्याय यात्रा निकाली। इसके अतिरिक्त जिला अध्यक्ष विजय सिंह चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश में कई जिलों में अत्यधिक वर्षा के कारण सोयाबीन की फसल बर्बाद हो गई है।शिवपुरी जिले में भी अतिवृष्टि से ज्यादातर किसानों की फसल नष्ट हो गई है। लेकिन शिवपुरी कलेक्टर ने आज दिनांक तक जिन किसानों की फसलें बर्बाद हुई है उनका सर्वे नहीं कराया गया है इस कारण से शिवपुरी जिले में किसानों की हालत बहुत ही दयनीय हो गई है। उन्हें भूखे मरने की चिंता सता रही है। फसलों की लागत दोगुनी हो गई है।
हालांकि, मध्यप्रदेश में आज भी सोयाबीन की फसल का जो समर्थन मूल्य 2011 में 4300 रुपए प्रति क्विंटल था। आज 2024 में भी इसी दर पर फसल की खरीद की जा रही है। देश में एवं प्रदेश में लंबी अवधि से आज बीजेपी की सरकार है। किसान कई वर्षों से केंद्र एवं राज्य सरकार से एमएसपी पर फसल खरीद की मांग कर रहे हैं। लेकिन आज दिनांक तक किसानों से एमएसपी पर फसल खरीद नहीं की जा रही।
पोहरी से कांग्रेस विधायक कैलाश कुशवाह ने कहा कि किसानों की आर्थिक परेशानियों, बिजली की दरों मे अत्यधिक वृद्धि, खसता हाल सड़के, महिलाओं बालिकाओं से दुराचार, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अल्पसंख्यक वर्गों पर अत्याचार भाजपा की सरकार में बढ़ता ही जा रहा हैं। भाजपा के नेता अन्य मुद्दों में भटकाकर इन समस्याओं पर पर्दा डालने का काम कर रही हैं। प्रदेश का किसान परेशान हैं। युवा बेरोजगार घूम रहे हैं।