एक कदम स्वच्छता की ओर बढ़ाते हुए स्वच्छता ही सेवा अभियान शुरू किया गया और इस वर्ष 14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के रूप में मनाया जाएगा। जिसमें स्वच्छता को लेकर जिले में कई गतिविधियां आयोजित होंगी। इस वर्ष की थीम स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता रखी गई है। इसमें तीन प्रमुख स्तंभ होंगे, जिसमें जन भागीदारी, स्वच्छता लक्षित इकाइयों को चिन्हित करना और सफाई मित्र सुरक्षा शिविर के तहत स्वास्थ्य जांच एवं सामाजिक सुरक्षा कवरेज प्रदान किया जाएगा।
इस अभियान के तहत कई गतिविधियां होंगी जिसमें स्वच्छता शपथ, गीत, नाट्य प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक आदि के माध्यम से लोगों को जागरूक करना, स्वच्छता थीम पर आधारित प्रदर्शनी, अपशिष्ट प्रबंधन कार्यशाला, अपशिष्ट संग्रहण अभियान, स्वच्छता उत्सव और स्कूल कॉलेज में बच्चों के बीच स्वच्छता की थीम पर प्रतियोगिताएं आयोजित करना और विशेष कर जन भागीदारी और सहभागिता की गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा क्योंकि स्वच्छता एक ऐसा विषय है जिसमें सभी की भागीदारी जरूरी है। हम सबसे पहले अपने घर और आसपास कचरा ना फेंके गंदगी ना फैलाएं और सभी स्वच्छता की जिम्मेदारी लें तो अपने शहर और अपने जिले को स्वच्छ बना पाएंगे।
कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने इस अभियान को लेकर समस्त जनपद पंचायत के सीईओ और नगरीय निकायों के सीएमओ को निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा है कि शासन के निर्देशानुसार स्वच्छता के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित होना है।इसके अलावा प्लास्टिक का उपयोग ना किया जाए इसके लिए जागरूकता गतिविधियों की जाए और विशेष कर ऐसे स्थान, प्रमुख मार्ग जहां प्लास्टिक कचरा दिखाई देता है वहां से अपशिष्ट को इकट्ठा किया जाए। जिन दुकानों के बाहर कचरा इकट्ठा करते हैं उन पर कार्यवाही करें, डस्टबिन रखवाएं।
ऐसे गांव और वार्ड चिन्हित करें जिन्हें स्वच्छता में आदर्श के रूप में प्रस्तुत किया जा सके और इसमें सभी की जन भागीदारी सुनिश्चित करना जरूरी है। जन भागीदारी से ही हम शिवपुरी जिले को स्वच्छ बना पाएंगे।
इसके अलावा स्वास्थ्य कर्मियों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया जाए और ऐसे सफाई कर्मी एवं स्वच्छता प्रेरक जो इस दिशा में अच्छा काम कर रहे हैं उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा।
सभी शासकीय कार्यालय में साफ सफाई के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने स्वच्छता ही सेवा अभियान पर चर्चा करते हुए कहा कि इस अभियान की शुरुआत हम अपने शासकीय कार्यालय से ही करें।सभी शासकीय कार्यालय में साफ सफाई की जाए। रिकॉर्ड को व्यवस्थित किया जाए।
इस अभियान के लिए जिला पंचायत सीईओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है और सहायक नोडल के रूप में डिप्टी कलेक्टर विजेंद्र यादव को जिम्मेदारी दी गई है। इस अभियान में स्वच्छता समिति, जन अभियान परिषद, एनसीसी, एनएसएस, स्वसहायता समूह और गैर सामाजिक संगठन सभी के सहयोग के साथ काम किया जाएगा।
सभी सीईओ और सीएमओ को निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे स्थल चिन्हित करें जहां सभी की भागीदारी के साथ श्रमदान किया जाए और ऐसे स्थलों को स्वच्छ किया जा सके।