शिवपुरी। बुजुर्ग दादी की तेरहवीं के दिन पोते की करंट लगने से मौत हो गई। तेरहवीं के बाद वह बाड़े में ट्रैक्टर उठाने गया था। जब काफी देर तक लौटकर नहीं आया तो परिजन देखने गए। वहां युवक बेसुध पड़ा था। आनन-फानन में परिजन उसे लेकर झांसी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अब पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पूरा मामला मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के ददावली गांव का है।
दादी की तेरहवीं करवाई, फिर गया ट्रैक्टर उठाने
ददावली गांव निवासी मोहन कुशवाहा (30) पुत्र जगतसिंह कुशवाहा खेती किसानी करता था। परिजनों ने बताया कि मोहन की दादी सरजू की कुछ दिन पहले मौत हो गई थी। गुरुवार को तेरहवीं हो रही थी। इसमे गांव के लोगों के अलावा रिश्तेदार भी शामिल हुए। देर रात 12 बजे तक खाना हुआ। इसके बाद मोहन बाड़े से अपना ट्रैक्टर उठाने चला गया। तब बारिश हो रही थी। वहां करंट लगने से मोहन अचेत हो गया।
काफी देर तक मोहन लौटकर घर नहीं आया। तब परिजन उसे देखने के लिए गए। तब वह बाड़े में बेसुध पड़ा था। परिजन आनन फानन में उसे झांसी मेडिकल कॉलेज लाए। यहां पर मोहन को मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि मोहन को बिजली का करंट लगा या आकाशीय बिजली गिरने से वह चपेट में आया, इसकी जानकारी नहीं है।
चार बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
मोहन की मौत की खबर सुनकर परिजन रोते बिलखते हुए मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। शव देखकर पत्नी बेहोश हो गई। मोहन की मौत के बाद चार बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। मोहन की तीन बेटियां और एक बेटा है। अब मेडिकल कॉलेज में शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है।