भोपाल में 13 साल के बच्चे और आठ वर्ष की बच्ची को भी कागजों में लगा दिया टीका

भोपाल। बच्चों के लिए कोरोना का टीका अभी नहीं आया है, लेकिन उन्हें टीका लगाए जाने के संदेश मोबाइल पर प्रदेश के विभिन्न जिलों में आ रहे हैं। संदेश में बच्चों के नाम भी लिखे हैं और टीका लगाए जाने का प्रमाण पत्र भी कोविन पोर्टल पर उपलब्ध है।

ऐसा ही एक संदेश भोपाल के टीला जमालपुरा निवासी रजत डांगरे के पास आया। मैसेज में लिखा था कि उनके बेटे वेदांत डांगरे को सफलतापूर्वक कोविशील्ड टीका का पहला डोज लगा दिया गया है। मैसेज के साथ कोविड पोर्टल का लिंक भी दिया गया था।

उन्होंने कोविन पोर्टल के दिए गए लिंक से टीका लगाने का सर्टिफिकेट डाउनलोड किया तो वह चौंक गए। टीकाकरण में बच्चे के उन दस्तावेजों का उपयोग किया गया था, जिन्हें उसके पिता रजत ने नगर निगम को किसी और काम के लिए सौंपे था। यह मैसेज 21 जून को यानी टीकाकरण महाअभियान के पहले दिन आया था।

उसी दिन प्रदेश ने टीकाकरण में देश में अव्वल आकर रिकार्ड बनाया था। एक दिन में सर्वाधिक 17 लाख 44 हजार लोगों को टीका लगाया गया था। यह कोई अकेला मामला नहीं है। भोपाल में ही करोंद की रहने आठ साल की मोहिनी शर्मा के स्वजन के पास संदेश आया कि मोहिनी को कोविशील्ड वैक्सीन का पहला डोज 23 जून को रात 8:55 बजे लगाया गया, जबकि इतनी रात कहीं भी टीकाकरण नहीं होता।

मोहिनी के स्वजन ने भी कोविन पोर्टल से जब सर्टिफिकेट डाउनलोड किया तो मोहिनी के नाम से लेकर आइडी प्रूफ की जानकारी भी थी, जबकि स्वजन के मुताबिक उन्होंने कभी भी दस्तावेज का उपयोग कहीं नहीं किया।

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