भोपाल। बार बार अपना रूप बदल रहा कोविड 19 का संक्रमण देश के लिए चिंता का विषय बना हुआ हैं,अब भारत में डेल्टा प्लस वैरिएंट की परेशान करने वाली खबरे आ रही हैं। इस वैरिएंट को (Variant of Concern) मान लिया गया है। सरकार ने मंगलवार को इस वैरिएंट को नजर रखने योग्य (Variant of Interest) की श्रेणी में डाला था, लेकिन कुछ घंटे बाद ही इसे ज्यागा गंभीर श्रेणी वैरिएंट ऑफ कन्सर्न में डालने की घोषणा करनी पड़ी।
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पता अब भोपाल में भी लग जाएगा. उसके बदलते स्वरूप का पता लगाने के लिए की जाने वाली जीनोम सिक्वेंसिंग अब जल्द ही यहां भी शुरू होगी. जीनोम सिक्वेसिंग मशीन शहर के कमला नेहरू अस्पताल के 6वें फ्लोर पर लगाई जाएगी. इसे जल्द इंस्टॉल किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, प्रदेश के कई शहरों से लिए जाने वाले सैंपल की जांच इस मशीन से की जा सकेगी. इसकी रिपोर्ट पांच से सात दिन में आ जाएगी. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इस बारे में कहा कि दिल्ली की नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के सहयोग से जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन यहां लगाई जा रही है. इसके लिए स्टाफ भी वहीं से दिया जाएगा. यही स्टाफ प्राप्त होने वाले सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग करेगा।
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